A beautiful creation of God – Dogs (Hindi Poem) मालिक ने क्या रचना रचायी, ‘वफादारी’ को चार पैर लगाकर, शान से बोला, मैं राह तेरी यही हूँ तकता, तू दुनिया की सैर कर आ भाई, मालिक ने क्या रचना रचायी। नाम मेरा कुछ रख दो मालिक, कहने लगा चार पैरों वाला। सोच कर मालिक बोला,…
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Jaanwar Aur Insaan
जानवर और इंसान (The Animal And Human) बचपन में दो जीवित प्राणियों का ज्ञान था, एक इंसान और दूसरा जानवर। इंसान सोच सकता है पर जानवर नहीं, लगता था सोच है मेरी यही सही। जैसे जैसे समझ आयी तब देखा, जानवर पेट भरने के लिए जिए, पर इंसान अपनी जीभ खुश करने के लिए। जानवर…