A beautiful creation of God – Dogs (Hindi Poem) मालिक ने क्या रचना रचायी, ‘वफादारी’ को चार पैर लगाकर, शान से बोला, मैं राह तेरी यही हूँ तकता, तू दुनिया की सैर कर आ भाई, मालिक ने क्या रचना रचायी। नाम मेरा कुछ रख दो मालिक, कहने लगा चार पैरों वाला। सोच कर मालिक बोला,…
Category: Hindi Poems
माँ आजकल चुप रहती है|(Mother Is Quiet Now A Days)
Mother Is Quiet Nowadays (Hindi Poem)बच्चे ने लिया जन्म , माँ की मिली उपाधि ,उसको पाल पोसकर बड़ा करने में ,माँ की ख्वाहिशें रह गई अधूरी और आधी | उनकी जरूरतें पूरा करने में वह खुद को गई भूल ,बिना चीजें हाजिर करने की हर जिद की कबूल | बच्चे हुए बड़े , लगे कमाने…
Jaanwar Aur Insaan
जानवर और इंसान (The Animal And Human) बचपन में दो जीवित प्राणियों का ज्ञान था, एक इंसान और दूसरा जानवर। इंसान सोच सकता है पर जानवर नहीं, लगता था सोच है मेरी यही सही। जैसे जैसे समझ आयी तब देखा, जानवर पेट भरने के लिए जिए, पर इंसान अपनी जीभ खुश करने के लिए। जानवर…
A Piece From My Heart 💖
🖋🖊 My Collection Of Poems . . . For Readers and Soul Lovers English 💦 And God Created Dogs 💦 It Was Friendship, Not Love 💦 The Chores Never End 💦 Mother Is Quiet Nowadays 💦 Indebted To My Eyes Hindi 💦 मालिक ने क्या रचना रचाई | 💦 दामाद 💦 माँ आजकल चुप रहती है |…